December 22, 2024

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हमले से कुछ देर पहले की थी वीडियो कॉल…” कठुआ में शहीद हुए जवानों के अपनों की यादें

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए, जिनके घर मातम का माहौल है. किसी ने अपना बेटा खो दिया किसी ने भाई, तो किसी ने पति. परिवार के लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि अब वे अपने बेटे, भाई, पति से फिर कभी नहीं मिल पाएंगे. शहीद परिवारों के दर्द को शब्‍दों में बयां नहीं किया जा सकता. कठुआ जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार के बदनोटा गांव के पास ऊबड़-खाबड़ मछेड़ी-किंडली-मल्हार पहाड़ी मार्ग पर गश्त कर रहे सैनिकों के एक दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें एक जूनियर कमीशंड अधिकारी सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए. शहीद होने वाले जवानों में सूबेदार आनंद सिंह, हवलदार कमल सिंह, राइफलमैन अनुज नेगी, राइफलमैन आदर्श नेगी, नायक विनोद सिंह का नाम शामिल है.

हवलदार कमल सिंह : आतंकी हमले से कुछ देर पहले किया था वीडियो कॉल
हवलदार कमल सिंह ने सोमवार दोपहर को अपनी पत्‍नी रजनी देवी से वीडियो कॉल पर बात की थी. रजनी देवी ने शायद ही उस समय सोचा होगा कि ये पति से उनकी आखिरी बार बात हो रही है. इसके कुछ समय बाद ही उस ट्रक पर आतंकियों ने हमला कर दिया, जिसमें हवलदार कमल सिंह अपने साथियों के साथ सवार थे. इस आतंकी हमले में हवलदार कमल सिंह शहीद हो गए. हवलदार कमल सिंह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे. वह अपने पीछे पत्‍नी, दो बेटियों, मां और दादी को छोड़ गए हैं. दादी को यकीन ही नहीं हो रहा कि अब उनका पोता इस दुनिया में नहीं रहा. वह बेसुध घर की देहरी पर बैठी हैं और कमल के आने का इंतजार कर रही हैं. पूरा परिवार का कुछ यही हाल है. हवलदार कमल सिंह पौड़ी जिले में रिखणीखाल विकासखंड के ग्राम पापड़ी (नौदानू) के रहने वाले थे, जहां आज मातम पसरा हुआ है. रिश्‍तेदार और गांव के लोग सांत्‍वना देने पहुंच रहे हैं. हवलदार कमल सिंह साल 2007 में सेना में भर्ती हुए थे. इस समय वह 22वीं गढ़वाल राइफल में थे.